पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ( kamal nath ) ने शनिवार को कोलार रोड मां बिजासन माता मंदिर प्रागंण में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा एवं रूद्राभिषेक कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत कोई आर्थिक शक्ति या मिलिट्री शक्ति नहीं है। भारत की विश्व की सबसे बड़ी आध्यात्मिक शक्ति हैं। भारत सनातन धर्म का देश है। यह भावनाएं हम सबको बल और शक्ति देती है। उन्होंने दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और पूर्व कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह के कांग्रेस के राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आमंत्रण अस्वीकार करने के सवाल उठाने पर कहा कि सबकी अपनी अपनी राय हो सकती है। धर्म का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। धर्म को राजनीति से ना जोड़े।
पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने कांग्रेस के राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण अस्वीकार करने पर कहा था कि अस्वीकार करने का क्या मतलब है। इससे क्या संदेश रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब राजीव गांधी ने मंदिर को खुलवाया था, तो आप कौन होते है इसे अस्वीकार करने वाले? उन्होंने नेताओं पर सवाल उठाते हुए कहा था कि हमारे नेता ऐसे सलाहकारों को रखेंगे तो परिणाम भी वहीं आएंगे। यह चुनाव में भी दिखेगा, नुकसान होता रहेगा।